Crack Competition Exam | अब Exam को Crack करने का तरीका लाया हु आप ये करे और TOPPER बने ?

एग्जाम में डिसक्वालिफाई हो जाते हो या कि काफी सारे स्टूडेंट्स की लाइफ में यह सर्कल ऐसे ही चलता रहता है। ये क्यों होता है? वो पाँच जबरदस्त टिप्स जिनके द्वारा किसी भी कॉम्पटीटिव एग्जाम को बहुत ही आसानी से क्रैक कर सकते हो। देखिए दोस्तों आपके साथ साथ इंडिया के अंदर करोडो स्टूडेंट कॉम्‍पेटिटिव एग्‍जाम की तैयारी करते हैं लेकिन उनमें से कुछ ही परसेंट लोग सेलेक्‍शन ले पाते हैं। क्यों? क्योंकि वह स्टडी करने का एक प्रोपर तरीका जानते हैं। तो फ्रेंड्स अगर आप भी हर एक कॉम्पटीटिव एग्जाम को क्रैक करना चाहते हैं तो इन पाँच टिप्स को जरुर फॉलो करियेगा। तो चलिए फटाफट शुरू करते हैं।

Crack Competition Exam : टिप नंबर फर्स्ट है सॉल्व डेली मॉक टेस्ट। अब देखिए दोस्तों। यूज़ ज्यादातर लोग किस तरीके से प्रिपरेशन करते हैं। जब उनका कोई एग्जाम होता है, प्रोपर बुक उठाते हैं और प्रिपरेशन करना शुरू कर देते हैं। जीएस की कटाई शुरू से लेकर आखिर तक खत्म कर दी। ऐसे में उठाया शुरू से लेकर आखिर तक खत्म कर दिया। यानि कि सलेबस को कंप्लीट करने में लग जाते कि एग्जाम तक में किसी तरीके से इस सलेबस को कंप्लीट कर लो। लेकिन कोई भी इस बात के ऊपर ध्यान नहीं देता कि हमें उसे एक प्रॉपर एग्जाम की डेली मॉक टेस्ट भी सॉल्व करने चाहिए। क्योंकि फ्रेंड्स अगर आपको अपने आपको अच्छे से प्रिपेयर करना। एग्जाम को हंड्रेड परसेंट क्रैक करने के लिए तो आपको डेली मॉक टेस्ट तो सॉल्व करना पड़ेगा उसे प्रोपर एग्जाम के लिए जिसकी आप तैयारी कर रहे हो, आपको एक प्रॉपर एग्जाम्पल के साथ समझाता हूं। मान लीजिए कि दोस्तों एक महीने बाद आपकी रनिंग है जिसमें आपको फाइव किलोमिटर ट्वेंटी फाइव मिनट के अंदर कंप्लीट करनी है। आपने प्रैक्टिस करना शुरू किया केवल आप डेली पाँच किलोमीटर चल रहे हो ना कि दौड़ की प्रैक्टिस कर रहे हो। क्या आप ही बताइए आप एक महीने बाद फाइव मिनट्स में फाइव किलोमीटर की रनिंग कंप्लीट कर लोगे? नहीं कर पाओगे। आप तभी कवर कर पाओगे। अगर आप डेली दो दो यानी कि रनिंग करो और ट्वंटी फाइव मिनट में पाँच किलोमीटर दौड़ने की प्रैक्टिस करो। यानी कि जो आपका रियल में रनिंग होने वाली है। ट्वंटी फाइव मिनट में फाइव किलोमीटर आपको डेली प्रैक्टिस करनी पड़ेगी और वह टाइम लाने की कोशिश करनी पड़ेगी तो सेम कांसेप्ट यहां पर भी फिट होता है जो आपका एग्जाम है उसी एग्जाम के सेम पैटर्न से रिलेटेड आपको डेली मॉक टेस्ट सॉल्व करना पड़ेगा। जिस तरीका का एग्जाम आप फेस करने वालों वाले हो आपको उसी के ऊपर प्रैक्टिस करनी पड़ेगी। तो डेली एक मॉक टेस्ट ज़रूर सोल्व करिए। या आप एसएससी सीजीएल की तैयारी कर, एसएससी सीपीओ की तैयारी कर या फिर किसी भी यूपीएससी एग्जाम की तैयारी कर रहे हो तो डेली एक मॉक टेस्ट जरूर सॉल्व करें। खुद का स्कोर चैक करें खुद का लेवेल चैक करें कि मैं फिलहाल कहां पर चल रहा हूं। मुझे और कितनी मेहनत की जरूरत है। किन किन चीजों को मुझे इम्प्रूव करने की जरूरत है। तो सबसे इफेक्टिव ट्रिक यह मानी जाती है टिप नंबर सेकेण्ड वीकली रिवीजन। अब देखिए दोस्तों यहां पर बहुत सारे स्टूडेंट एक बड़ी गलती करते हैं। वह डेली प्रिपरेशन तो कर रहे हैं, मेहनत के साथ स्टडी तो कर रहे हैं लेकिन रिवीजन के ऊपर ध्यान नहीं देते। बस डेली प्रिपरेशन करते जा रहे हैं। करते जा रहे हैं। किताबों को पलटते जा रहे हैं और आगे बढ़ते जा रहे हैं। रिवीजन के ऊपर ध्यान ही नहीं देते। जिसकी वजह से जो इतनी मेहनत से प्रिपरेशन करते आ रहे हैं। डेली स्टडी करते आ रहे हैं। जो उन्होंने पढ़ा उसको भूल जाते हैं एग्जाम तक और एग्जाम को क्वालिफाई नहीं कर पाते। तो फ्रेंड्स आपको ये गलती दोहरानी बिल्कुल भी नहीं है। 

Crack Exam
Crack Exam

अगर आप वीक में सिक्स डेज प्रिपरेशन कर रहे हैं तो एक दिन वीक में एक दिन अपना रिवीजन का भी रखिए। मान लीजिए कि आप मंडे टु सैटरडे डेली प्रिपरेशन कर रहे हो। सलेबस वाइज, टॉपिक वाइज जिस भी तरीके से आप करते हो सब्जेक्ट वाइज तो कम से कम संडे को जो आपने पूरा दिन पढ़ा। मैंडेट टू सैटरडे आपने पढ़ा। सभी दिन तो आप संडे को कम्प्लीट सलेबस को रिवाइज करिए जो उन छह दिनों में आपने पढ़ा। संडे को रिवीजन का दिन रखिए। फिर उससे अगले दिन मंडे टु सैटरडे फिर प्रिपरेशन करिए और फिर आपने मंडे टू सैटरडे जो भी पढ़ा उसको रिवीजन करिए। बस संडे का आपका काम रहना चाहिए। वीक में कोई भी दिन हो सकता है। एक दिन जो आपने पढ़ा पूरे वीक का उसको रिवीजन करने करने करने बैठें। चाहे आपको कोई भी सब्जेक्ट हो तो फिर रिवीजन बहुत ज्यादा जरूरी है। कहीं ऐसा न हो आप पढ़ते जरूर। आप सोचते होंगे कि मैंने बहुत सारा सिलेबस कवर कर लिया और पीछे का सब कुछ भूलते जा रहे हो तो रिवीजन इज मस्ट टिप नंबर थर्ड एनालाइज, प्रीवियस ईयर, क्वेश्चन पेपर, फ्रेंड।

 जब भी आप किसी भी कॉम्पिटिटिव एग्जाम को टारगेट करके प्रिपरेशन कर रहे होते हो तो उस एग्जाम को अच्छे से समझने के लिए सबसे बेहतर तरीका है कि आप उसके प्रीवियस ईयर क्वेश्चन पेपर को एनालाइज करना स्टार्ट कर दो। मान लीजिए कि आप एसएससी सीजीएल एग्जाम की तैयारी कर रहे हो तो अब तक प्रीवियस इयर में जितने भी एसएससी सीजीएल के एग्जाम हो चुके हैं, सभी को निकाल लीजिए। गूगल करिए। आपको बहुत सारे पीडीएफ फॉर्म में मिल जाएंगे। सभी प्रीवियस इयर, क्वेश्चन पेपर, डेली कम से कम दो प्रीवियस ईयर क्वेश्चन पेपर को अच्छे से एनालाइज करिए जिससे आपको बहुत ही अच्छा आइडिया लगेगा कि इस एग्जाम में किस तरीके के क्वेश्चन पूछे जाते हैं, किस बेसिस से क्वेश्चन बनते हैं, किस सब्जेक्ट से कितने क्वेश्चन बनते। टॉप स्कोरिंग टॉपिक्स कौन से हैं, आपको कौन से टॉपिक्स पर ज्यादा फोकस करना है। आपको अपनी प्रिपरेशन किस वे में ले जानी है? आपको एनालाइज करने से एकदम बिल्कुल कॉन्सेप्ट आपका क्लियर होता से ले जाएगा। उसी प्रॉपर एग्जाम के प्रोपर एग्जाम के लिए कोई भी आपका एग्जाम एसएससी का, कोई भी यूपीएससी का हो या फिर किसी भी स्टैटिक पुलिस को प्रीवियस ईयर, क्वेश्चन पेपर, एनालाइज। बहुत ज्यादा जरूरी है। फ्रेंड्स प्रीपरेशन तो सब लोग कर रहे है लेकिन आपको कुछ अलग करना पडेगा तब जाकर बात बनेगी। फ्रेंड्स, टिप नंबर फोर्थ के ऊपर बढ़ने से पहले आपको एक बात बताना चाहूंगा। जब भी कोई नई वेकेंसी आती है आप उसके लिए फॉर्म अप्लाई करते है। फिर एक दो महीना जबरदस्त प्रिपरेशन करते हो। जब एग्जाम देते हो फॉर्च्युनर एग्जाम में डिसक्वालिफाई हो जाते हो। उसके बाद किसी और वैकेंसी के लिए अप्लाई करते हो। फिर प्रिपरेशन करते हो और फिर से एग्जाम में डिसक्वालिफाई हो जाते हो। या कि काफी सारे स्टूडेंट्स की लाइफ में यह सर्कल ऐसे ही चलता रहता है। ये क्यों होता है? आप एग्जाम को क्रैक क्यों नहीं कर पाते? फ्रेंड्स क्योंकि आपके अंदर कोई भी इम्प्रूवमेंट नहीं हो रही है जो आपके पास नॉलेज थी। जब आपने पहला एग्जाम दिया था और आप डिसक्वालिफाई होते जा रहे हो आप उसी नॉलेज को बार बार रिवाइज करते जा रहे हो। आपने कुछ नया नहीं सीखा। आपने अपने अंदर कोई इम्प्रूवमेंट नहीं की तो अब बात आती है कि इस सर्कल को कैसे तोड़ा जाए। एग्जाम को क्वालीफाई कैसे किया जाए। हाईएस्ट स्कोर के साथ बात आती है हमारी टीम नंबर फोर्थ की जोकि इसी से रिलेटेड है। टिप नंबर फोर्थ है। हमारी स्प्रेड, ओवर नॉलेज या फिर टीचिंग। फ्रेंड्स आपने कहीं ना कहीं पर जरूर सुना होगा कि ज्ञान बांटने से बढ़ता है। तो बस अब आपको यही कॉन्सेप्ट फॉलो करने दे कि आप डेली प्रिपरेशन करते हो। मान लीजिए मॉर्निंग के टाइम में या फिर दोपहर के टाइम में आपने दो तीन घंटा मैथ्स की प्रिपरेशन करी जम के तो फिर आपको डेढ़ घंटा अपनी लाइफ में डेली ऐसे भी निकालने हैं जिसमें आप टीचिंग कर सको। यानि कि अपनी नॉलेज को किसी के साथ शेयर कर सको। अब डेफिनेटली आपको ऐसा तो बिल्कुल नहीं करना कि किसी भी कोचिंग इंस्टीट्यूट के ऊपर आप टीचिंग करना स्टार्ट कर दो क्योंकि सभी लोग के पास ऐसी अपॉर्च्युनिटी नहीं होती तो आपको ऐसा करने की जरूरत नहीं है। डेली जो आपने टॉपिक एक बार पढ़ा उसी टॉपिक को किसी और को पढ़ाने की कोशिश करिए।

Topper Kaise Bane
Topper Kaise Bane

किसी और को बेहतर तरीके से समझाने की कोशिश करिए। टीच करने की कोशिश करिए। अब किसको? जैसा कि मैंने आपको बताया डेली अपनी लाइफ में एक डेढ़ घंटा ऐसा निकालिए जहां पर आप किसी और को पढ़ाने की कोशिश करें। अब देखिए दोस्तों आपको किसी और इंसान की जरूरत नहीं है। डेली बैठिए। मान लीजिए ऐसा सोचिए रफ कॉपी लेकर बैठ जाइए। ऐसे सोचे कि आपके सामने स्टूडेंट कोई ऐसा स्टूडेंट बैठा हुआ है जिसे आप वो टॉपिक समझा रहे हो तो प्रोपर पढ़ाना स्टार्ट कर दीजिए बोल बोलकर कि जैसा टीचर क्लास रूम के अंदर पढ़ाता है तो ऐसा किसी ओर की जरूरत नहीं होती। मैं बोल रहा हूं रूम में कोई ओर नहीं है। कैमरा है। केवल तो जरूरत नहीं होती। किसी भी आप ऑब्जेक्ट ऑब्जेक्ट को अपने मोबाइल को स्टूडेंट मानकर चल सकते हैं और उसको पढ़ाइए। वो टॉपिक बेहतर तरीके से पढ़ाइए। ऐसा सोचकर चले कि आप एक टीचर हो और एक डेढ़ घंटा उस टॉपिक को फुल डेडिकेटेड के साथ एक्सप्रेस करिए। फिर देखिए आप उस टॉपिक को जिंदगी भर नहीं भूलेंगे। या फिर ऐसा कर सकते। अपने मोबाइल का फ्रंट कैमरा खोलकर रख सकते हो। ऐसा सोचकर कि मैं वीडियो रिकॉर्ड कर रहा हूं और मेरे सामने बहुत सारे स्टूडेंट है। उनको मैं ये टॉपिक पढ़ा रहा हूं। डेली ऐसा करिए फ्रेंड्स, फिर देखिए आपकी नॉलेज किस लेवल पर पहुंचती है। बहुत ही अच्छा और इंटरेस्टिंग टाइप मानी जाती है। ठीक है तो इसको एक बार फोलो करके जरूर देखिएगा। फाइनली हमारी लास्ट टिप नंबर फाइव जोकि है मेक नोट्स फ्रंट। जब भी आप प्रिपरेशन करने बैठो तो हमेशा नोट्स साथ साथ बनाते हुए जरूर चलना। आपके पास आपके खुद के हैंड रिटेन नोट्स होने चाहिए। काफी सारे लोग ये सोचते कि नोट्स बनाने से क्या होता है। सब कुछ बुक में तो लिखा होता है खामखां फिर लिखने में टाइम वेस्ट क्यों करें? फ्रेंड्स आपके बहुत ही गलत फहमी है। आपने देखा होगा जितने भी यूपीएससी, एस्पिरेंट्स, आईएएस, पीसीएस, एस्पिरेंट्स होते हैं हमेशा नोट्स बनाते हुए चलते हैं। इतनी मोटी मोटी उनके पास नोट बुक होते हैं जिसमें उनके थ्रू बनाए हुए नोट्स होते हैं। उनको पता है इस लॉजिक का पता है कि जब तक वो खुद से लिखेंगे नहीं। इम्पोर्टेन्ट चीजे पढ़ते टाइम सेल्फ स्टडी करते टाइम वो नहीं निकालेंगे। तब तक वो अपने अंदर एक इंप्रूवमेंट नहीं देख पाएंगे। तो फ्रेंड्स अगर आपको भी अपनी रिटेंशन पावर बढ़ानी है तो जो भी आप पढ़ रहे हो उसमें से नोट्स बनाने की कोशिश करेगा वो नोट्स आपके हमेशा साथ देंगे। नोट्स के इतना ज्यादा बेनिफिट होता है कि आप कम्प्लीट सलेबस अपने एग्जाम के एक दिन पहले उन नोट्स के थ्रू कवर कर सकते हो। नोट्स के ऊपर मैंने आपको एक प्रॉपर वीडियो प्रोवाइड की है कि कैसे एक परफेक्ट तरीके से नोट्स बनाए जा सकते हैं। लिंक डिस्कशन बॉक्स मिल जाएगा। इस वीडियो को जरूर देखना फ्रेंड्स, नोट्स हमेशा बनाइए। बहुत जरूरी होता है। तो ये थी आज की हमारी टोटल फाइव टिप्स जो कि आपको किसी भी एग्जाम को क्रैक करने में बहुत ज्यादा हेल्प करेगी। क्योंकि फ्रंट एग्जाम को क्रैक करना सबसे ज्यादा डिपेंड करता है कि आप प्रिपरेशन किस तरीके से कर दें। Click Here

 

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