ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब आपके क्षेत्र विशेष में सूर्य ग्रहण या चंद्र ग्रहण लगता है तभी उसका सूतक काल मान्य होता है। अगर आपके देश में ग्रहण नहीं लग रहा तो उसका सूतक काल मान्य नहीं होता। 8 अप्रैल को लगने वाला सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा। इसके लिए इसका सूतक काल भी लगने वाला नहीं है। दो साल का पहला सूर्य ग्रहण कहां कहां दिखने वाला है? ज्योतिष के अनुसार साल का पहला सूर्य ग्रहण अमेरिका में पूर्ण रूप से दिखाई देगा। अमेरिका के 13 राज्यों में यह सूर्य ग्रहण देखा जा सकता है। इसके अलावा कनाडा और साथ ही मेक्सिको में भी यह सूर्य ग्रहण दिखाई देगा। दक्षिण पश्चिम यूरोप, ऑस्ट्रेलिया, पश्चिम एशिया, दक्षिणी अमेरिका, उत्तरी अमेरिका, प्रशांत महासागर, अटलांटिक महासागर, उत्तरी ध्रुव, दक्षिणी ध्रुव, इंग्लैंड के उत्तर पश्चिम क्षेत्र और साथ ही आयरलैंड में भी सूर्य ग्रहण नजर आएगा।
Solar Eclipse धार्मिक दृष्टि से देखा जाए तो सूर्य ग्रहण को एक घटना नहीं माना जाता लेकिन भारत में ये सूर्य ग्रहण नहीं दिखाई देगा इसीलिए इसका सूतकाल भी मा्य नहीं होगा।. आइए इस वीडियो में आगे जानते हैं कब है साल दौ हज़ार चौदहबीस का पहला सूर्यग्रहण. 2024 का पहला सूर्यग्रहण 8 April यानी सोमवार के दिन लगने जा रहा है जिसकी शुरुआत रात नौ बार से होगी जो मध्य रात्रि एक सौ पच्चीस तक रहने वाला है।. इस सूर्य ग्रहण की अवधि कुल चार घंटे पच्चीस मिनट की होगी।. ये ग्रहण मीन राशि और रेवती नक्षत्र में लगेगा।. आठ अप्रैल दो हजार चौ को लगने वाला सूर्य ग्रहण सूर्य ग्रहण होगा जिसेरा सूर्यग्रहण कहते. पृथ्वी और सूर्य के बीच से गुजरता है तो इस दौरान कुछ समय के लिए चंद्रमा सूरज की रोशनी को धरती तक पहुंचने से रोक देता है. इस घटना को सूर्य ग्रहण कहा जाता है. हिंदू मान्यताओं के अनुसार ग्रहण काल में भोजन करना वर्जित माना जाता है लेकिन ग्रहण काल में श्राद्ध किया जा सकता है. सूत काल के किसी वृद्ध किसीगी व्यक्ति पर लागू नहीं होते. इस बात का ध्यान रखें कि सूर्य ग्रहण को से नहीं देखना चाहिए. इस दौरान किसी धार्मिक स्थल यात्रा नहीं जाना चाहिए. सूर्य ग्रहण के दौरान ना काट तेल मालिश करने की भी मनाही होती है Click Here
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