Cotton Candy : खाने से अब हो सकता है “Cancer” जाने इनके “रंग” में जहर है और जाने इनकी कहानी ?

Cotton Candy : खाने से आपको होगा Cancer जाने इनके बाड़े में और क्या क्या खाने से आपको हो सकते है Cancer जाने इनकी पूरी कहानी, तो में आपको बता दू  Cotton Candy को बच्चे बहुत पसंद करते है लेकिन आपको ये नही पता की इन्हें खाने ये आपके बच्चो का क्या नुकसान हो सकते है आपको में इनके पूरी कहानी बताता हु | Cotton Candy  के अन्दर आप जो गुलाबी रंग देखते है ये है Rhodamine B  एक तरह का जहरीला पदार्थ जो Cotton Candy में पाया गया है। हाल ही में तमिलनाडु और पुडुचेरी ने अपने यहां Cotton Candy  पर रोक लगाई है। इस बैन की वजह इसमें मिलने वाला यही Rhodamine B है जिसके चलते कैंसर हो सकता है। लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या Rhodamine B सिर्फ Cotton Candy  में ही मिक्स रहता है। “ इसका जवाब है नहीं” यह कलर वाला कैमिकल रामायण भी सिर्फ Cotton Candy में ही नहीं बल्कि स्वीट पोटैटो यानी शकरकंद में भी होता है। कभी यह रागी में भी मिला होता है, जिससे उसे चटक लाल रंग मिल सके। कई Sate में पाया गया है कि Rhodamine B  इंसानों के लिए हानिकारक है। इस वजह से FSSAI  ने भी खाद्य पदार्थों में इसके इस्तेमाल पर रोक लगाई है। जो भी शख्स खाने की चीजों में Rhodamine B का इस्तेमाल करते हुए पाए जाते हैं, उन्हें फूड सेफ्टी Act 2006 के तहत सजा सुनाई जा सकती है।

Cotton Candy Color
Cotton Candy Color

Rhodamine B एक तरह का कैमिकल डाई है जिसे कपड़े या कागज में रंग डालने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इस डाई की मदद से लाल या गुलाबी रंग चढ़ाया जाता है। आप उपर फोटो में  देख सकते हैं कि सिर्फ एक बूंद डाई से कितना ज्यादा रंग आ गया। असल में यह छोटी सी बूंद भी काफी ज्यादा होती है। इतनी सी डाई को कई किलो चीनी में मिलाकर अच्छा गुलाबी रंग हासिल किया जा सकता है। Cotton Candy बनाने वालों को यह काफी सस्ता पड़ता है, इसलिए वह इसे इस्तेमाल करते हैं। लेकिन अगर इसे लगातार खाएं तो यह Cancer का कारण बन सकती है। FSSAI ने खाने में लाल रंग लाने के लिए सिर्फ एलोवेरा रेड के इस्तेमाल को मंजूरी दी है। 

इस राय को सुपारी, गुड रोड, मिल्क में इस्तेमाल किया जाता है। इसे स्वीट पोटैटो के ऊपर भी लगाया जाता है। गुलाबी मूली को रंग चढ़ाने के लिए भी इसका इस्तेमाल होता है। हाल ही में इसे गुड़ में पाया गया है। FSSAI  इस पर करीब से नजर बनाए हुए है।

  • ब्रेन रोडान भी मानव मस्तिष्क के सेरेब्रल को नुकसान पहुंचाता है। इंसानों में सेरेब्रल शरीर के हर तरह के मूवमेंट और तापमान को नियंत्रित करता है।
  • कुछ स्टडीज ने Rhodamine B को जीनों टॉक्सिक केमिकल के तौर पर पाया है, जो कैंसर के खतरे को बढ़ा देता है।
  • Rhodamine B के अलावा और भी कई हानिकारक तत्वों को फलों और सब्जियों में रंग चढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है 
  • ग्रीन भिंडी और हरी मिर्च को चटक हरा रंग चढ़ाने के लिए मैलकम ग्रीन का इस्तेमाल होता है। इसी तरह तरबूज में लाल रंग और मीठापन लाने के लिए क्रोसिन का इंजेक्शन लगाया जाता है।
  • वैसे खाद्य सुरक्षा विभाग की ओर से खाने में रंग लाने के लिए कुछ पिगमेंट जैसे एप्पल ग्रीन, एलोरा रेड, सनसेट यलो के इस्तेमाल को मंजूरी दी गई है, लेकिन इन्हें सीमित मात्रा में ही इस्तेमाल कर सकते हैं। आम ग्राहकों को सामान्य तौर पर यह पता नहीं चल पाता कि वह जो भी खाना खा रहे हैं, उसमें किस तरीके के हानिकारक कैमिकल इस्तेमाल किए गए हैं। ऐसे में वह क्या करें। FSSAI के अधिकारी सलाह देते हैं कि ज्यादा चटक रंग वाले खाने को इस्तेमाल करने से बचना चाहिए।
  • आर्टिफिशियल कलर जिस खाने में आर्टिफिशियल कलर होता है, वह आसानी से हमारा ध्यान खींच लेता है, लेकिन हमें उनसे बचना चाहिए। बहुत तरह की मिठाई जो हम रोजाना खाते हैं जैसे मैसूर पाक, रवा केसरी ये बहुत तेज रंग वाली दिखती हैं, लेकिन इन्हें ध्यान देकर ही खाना चाहिए।

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