Paytm and Byju’s : पिछले कुछ सालों में देश और दुनिया के कारोबारी जगत में ऐसे कई लोगों की अक्सर चर्चा होती है, जिन्होंने रातों रात शोहरत की बुलंदियों छुई लेकिन लंबा नहीं टिक सके। उनमें पेटीएम और बायजू का नाम सबसे पहले लिया जाता है। लेकिन अब ये दोनों स्टार्टअप्स पिछले कुछ दिनों या कहें महीनों से काफी मुश्किलों में फंसते हुए नजर आ रहे हैं। हम आपको पूरी कहानी विस्तार से बताएंगे।
Paytm भारतीय अर्थव्यवस्था के चमकते सितारे कही जाने वाली Business संकट से क्यों घिरते नजर आ रहे हैं?
Paytm हाल के दिनों में भारतीय स्टार्टअप्स की सफलता की सबसे बड़ी कहानी रही है, लेकिन अब उसके पेमेंट्स बैंक के बंद होने की नौबत आ गई है। जानेंगे Paytm किन मुश्किलों से गुजर रहा है। पेटीएम की इस हालत के पीछे क्या सिर्फ RBI का हाथ है? पेटीएम के फाउंडर ने क्या गलतियां की हैं, जिसका खामियाजा उनके साथ अब देश के करोड़ों निवेशकों को भी उठाना पड़ रहा है। साथ ही ये भी जानेंगे कि ED ने पेटीएम पर क्या कार्रवाई की और कंपनी के शहरों का ताजा हाल क्या है। भारत की को फाउंडर अश्वनी ग्रोवर ने हाल ही में मिरर नाउ को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि Paytm ने देश में फिनटेक को पैदा किया है। ग्रोवर ने आगे कहा कि पेटीएम की वजह से भारत जैसे कई स्टार्टअप्स को Market में आने का मौका मिला। पेटीएम नहीं होती तो भारत जैसी कंपनियां नहीं होती। ये QR Code से पेमेंट को लेकर लोगों में भरोसा पैदा किया, जिससे देश में आज करोड़ों लोग डिजिटल लेन देन कर रहे हैं। QR Code के लोकप्रिय होने के बाद फोन पर और गूगल जैसी कंपनियां उभरी। लेकिन 31 Jan 2024 को पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर RBI के सख्त एक्शन के बाद से पेटीएम को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। पेटीएम की पेरेंट कंपनी सेवेन कम्यूनिकेशंस के शेयरों में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है।15 फरवरी को जब बुलेटिन लिखा जा रहा था, “ तो दोपहर करीब 1 बजे” पेटीएम का शेयर 5% गिरावट के साथ ₹325 के रिकॉर्ड निचले स्तर पर कारोबार कर रहा था। साथ ही पिछले एक महीने में कंपनी का शेयर 52% लुढ़क चुका है। शुरुआत से ही यह बात बिल्कुल सही है कि RBI की तरफ से पेटीएम पेमेंट्स बैंक के शटडाउन के आदेश के बाद कंपनी के शेयर औंधे मुंह गिरे हैं। लेकिन यह भी सच है कि पेटीएम के शेयर लिस्टिंग के बाद से ही गिरावट की सुनामी झेल रहे हैं। सिर्फ पिछले छह महीने में पेटीएम का शेयर 60% फिसल चुका है। जाहिर है, पेटीएम के शेयर में निवेश करने वाले लोगों को हर दिन भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। साथ ही पेटीएम के फाउंडर विजय शेखर शर्मा की साख भी दांव पर है। 8 Nov 2016 को रात 8 बजे प्रधानमंत्री Narendra Modi ने राष्ट्र को संबोधित किया और कुछ देर बाद 500 और 1000 रुपये के नोट चलन से बाहर हो गए। Byjus’s
इस नोटबंदी का फायदा देश की कई फिनटेक कंपनियों को हुआ। इन कंपनियों में फोन पर गूगल पर पेटीएम शामिल हैं। लेकिन नोटबंदी के बाद पेटीएम को सबसे ज्यादा फायदा हुआ। पेटीएम को जब साल दो हज़ार 10 में लॉन्च किया गया था तो पेटीएम के जरिए यूटिलिटी बिल जैसे बिजली बिल, मोबाइल बिल आदि का पेमेंट किया जा सकता था। लेकिन नोटबंदी के बाद पेटीएम ने तेजी से उड़ान भरी। नोटबंदी के दो दिन बाद 10 नवंबर 2016 को पेटीएम की तरफ से देशभर के प्रमुख समाचार पत्रों में एक विज्ञापन दिया गया। इस विज्ञापन में पीएम मोदी की तस्वीर के साथ लिखा था, माननीय प्रधानमंत्री जी को आजाद भारत की फाइनेंशियल हिस्ट्री में इस साहसिक कदम की बधाई। साथ इस विज्ञापन में लिखा गया कि अब एटीएम नहीं पेटीएम करो। फोर्ब्स इंडिया को दिए इंटरव्यू में फाउंडर और सीईओ विजय शेखर शर्मा कहते हैं, जब नोटबंदी हुई तो मैं सभी को गर्व से बता रहा था कि यह घटना भारत में डिजिटल पेमेंट्स को रफ्तार देगी। विजय शेखर शर्मा की बात सच भी साबित हुई। नोटबंदी के बाद से इसके यूजर्स और ट्रांजेक्शन्स दोनों में तेज उछाल आया। साथ ही जनवरी 2017 में पेटीएम के पेमेंट्स बैंक को लाइसेंस मिला और उसी साल May में इसने काम करना शुरू कर दिया। जब पेटीएम का धंधा बढ़ा तो नोटबंदी के ठीक पाँच साल बाद 8 नवंबर 20 21 को पेटीएम की पेरेंट कंपनी वन कम्यूनिकेशन 18 हज़ार 300 करोड़ रुपए का IPO लेकर आई। भारत के शेयर मार्केट में अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ था। कंपनी के आईपीओ को लोगों ने हाथोंहाथ लिया और ₹1,950 पर इसकी लिस्टिंग हुई। जब कंपनी के पास पैसा आया तो कंपनी ने अपना कारोबार विस्तार किया। कंपनी ने ऑफलाइन व्यापारियों यूपीआई, फास्टैग, मोबाइल वॉलेट, ई कॉमर्स, इंश्योरेंस, स्टॉक ब्रोकिंग, पेमेंट बैंक समेत कई क्षेत्रों में विस्तार किया। पेटीएम ने काफी तेजी से फाइनेंशियल सर्विसेज की दुनिया में भी कदम बढ़ाया। गांव के किराना स्टोर से लेकर बड़े बड़े मॉल्स तक पेटीएम ने अपने पांव पसारे। हम बहुत लोगों के फोन में पेटीएम इंस्टॉल होगा। कुछ समय पहले तक पेटीएम पेमेंट्स बैंक की देशभर में करीब 33 करोड़ से अधिक वॉलेट खाता धारक थे। लेकिन 31 जनवरी 2024 को पेटीएम को बहुत बड़ा झटका लगा। आरबीआई ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर क्रेडिट ट्रांजेक्शन और किसी भी तरह का डिपॉजिट लेने की रोक लगा दी है। ऐसे में 29 फरवरी के बाद पेटीएम अब बैंकिंग सेवा नहीं दे पाएगा। आरबीआई ने कहा कि नियमों का पालन नहीं करने की वजह से पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर एक्शन लिया गया है। RBI ने ऐसा एक्शन लिया क्यों? Byjus’s